चांद तेरी चांदनी को पाने की तलब थी मुझे बस एक बार तेरे पास आने की कसक थी मुझे| दिन से अच्छी रातें और रातों से अच्छी चांदनी लगती थी मुझे l हर सपने में तुझे और हर सपना तेरा ही देखा था मैंने, और पिछले कितने सालों से मैं पूरी रात सोया ना था l आज जो था मेरा सपना वह पूरा हो ही गया l और हकीकत में आज मैं तेरे पास आ ही गया l अब जवाब दे मेरे उन चंद सवालों का जिन्हें पूछने मैं यहां तक आया l दुनिया को तुझ में अपना सनम नजर आता है l तू सच बता क्या तुझे भी प्यार मोहब्बत में कुछ समझ आता है l क्यों तू करवा चौथ में इतना खास हो जाता है कि तुझे देखने के बाद ही हर कोई अपने सनम को देख पाता हैl ईद के दिन भी तुझे गुमान बहुत होता है l इसीलिए तो आज का कहकर कल दिखता है l बता चंदन सी ठंडक कहां से लाता है, पता दे मुझे भी उस सागर का जहां से तू हर रोज नहा कर आता है l पर्दा तेरे हर राज से मैं आज उठाने आया हूं l जो भी है तुझ में खास उसे आम करने आया हूंl इजाजत यदि हो तेरी तो दुनिया यहां बसाना चाहता हूं और रहकर तेरे पास मैं भी चमकना चाहता हूं l अब जवाब दे मेरे इन सवालों का जिन्हें पूछने मैं यहां आया हूं l तेरी खामोशी से लगता है तू बहुत थका है l या फिर आने वाली करवा चौथ की तैयारी में लगा है लगता है तेरे हर रात का पर्दा बहुत खास होगा जो एक रात में आम नहीं होगा इसीलिए उतर जाता हूं मैं भी तेरी उन गहराइयों मेंl जहां हर कोई राज सरेआम आम नहीं होता l और लगता है तेरी मेरी मुलाकात का किस्सा इस कदर मशहूर हो जाएगा यदि जल्द ही वापस ना गया तो देखना मुझे ढूंढते ढूंढते चंद्रयान 3 आ जाएगा Chandrayaan 2