Regret हर शख़्स फरेबी यहां हर चेहरे पे चेहरे हैं अपनों की आड़ में यहां मिले ज़ख्म गहरे हैं कोई चेहरा आंखों से छोड़ा नहीं होगा और लोग कहतें हैं ......हम सिर्फ तेरे हैं..... #har shaksh#farebi#tere hai#jhakhm