सच का दामन थाम के रखु बोलो ये मुमकिन कैसे सपने अपने दोनो छुटते है बिन दोनो के जियू कैसे सुप्रभात। सच का दामन किसी क़ीमत पर न छोड़िए। #सचकादामन #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi