आसपास ठगों की भरमार, भरोसा करने नहीं देतीं। जहरखुरानी की घटनाएँ, बाँटना भुला देतीं। बेतहाशा बढ़ती बेरोजगारी की दर, अधनंगी ज़िंदगी जीने की मजबूरी बढ़ाती। ३०४/३६६ आज के मनुष्य की सबसे बड़ी चुनौती ख़ुद को संवेदनहीनता से बचाए रखने की है। चारों तरफ़ एक अफ़रा तफ़री का माहौल रचा जा रहा है जिससे मनुष्य संवेदनशील न रहने पाए। ऐसे में उन कारणों की तलाश आवश्यक है जिससे हम संवेदनहीन बनते जाते हैं। #संवेदनहीनता #yoliwrimo #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #सच्चाई yreeta-lakra-9mba