कश्मीर को, जन्नत कहना गलत नहीं। ये बर्फ की वादियों से, ढका किसी चांदी से कम नहीं।। सोनमर्ग आकर्षित करता है, बर्फ के ग्लेशियर से। तो गुलमर्ग लुभाता है, बर्फ की पहाड़ियों संग लंबे पेड़ो से।। डल झील में शिकारा, और बहता बाज़ार। कम नहीं सनसनी भरा, लाल चौक का कारोबार।। यूनिवर्सिटी ऑफ कश्मीर, का परिसर। किसी को भी, नहीं भूलेगा पल भर।। कहवा, केसर, बादाम और अखरोट। इन सब में नहीं है, कोई भी खोट।। कश्मीरी लोगो के, मीठा बोलने का ढंग। बना लेता है मानो, वर्षो का हो संग।। कश्मीर जाना चाहिए सबको कम से कम एक बार। भारत का स्वर्ग ऐसे ही नहीं कहते हर बार।। ©Naman Gupta #कश्मीर