कोन हैं जो कहता है कि आईना झूठ नहीं बोलता आज फिर उसका झूठ मेरे सामने आया मैंने आज खुद को आईने में मुस्कराता पाया और वहम टूट गया मेरा आईने के सच का, जब मैंने देखा दिल को तो, वैसे का वैसा ही छलनी पाया आपका अभिषेक आईने का झूठ