मैं लेखक इंडिया का मैं लिखता हूँ, मुझे लिखने की जूनून है कितने लोग पढ़ते हैं यह उनका जूनून है मैं क्या जानू ! यह तो वो पढ़ने वाले जाने मैंने भरी थी ! कलम में स्याही या खून है आजकल तो सारी दुनिया अफलातून है मैं इंडिया का ऐसा नहीं का घर देहरादून है जन्में कितने मेरी तरह लेखक मजनून है कागज़ समझता है परिधि कितना अनून है ©Anushi Ka Pitara मैं लेखक इंडिया का #Books