"आज बेटी दिवस पर" #कुछ_दोहे# ===================== 1- भारत में कम हो गया, बेटी का अनुपात। बेटे अब लेंगे भला, कैसे फेरे सात।। 2- हत्या कन्या भ्रूण की, घोर पाप का कर्म। बेटों की ही चाह में, होने लगा अधर्म।। 3- जिसने कन्या भ्रूण को, किया गर्भ में नष्ट। उसको इस जग में मिला, जीवनभर ही कष्ट।। 4- बेटा-बेटी में किया, जिसने कोई भेद। उसको हुआ अवश्य ही, इसी भेद का खेद।। 5- लिंग जाँच तकनीक ही, बनी आज अभिशाप। हत्या कन्या भ्रूण से, बढ़े निरंतर पाप।। 6- इतना उन्नत हो गया, यह आधुनिक समाज। बेटा-बेटी में करे, भेदभाव यह आज।। 7- रचा बेटियों ने सदा, भारत में इतिहास। झाँसी की रानी हुईं, इनमें से ही खास।। #हरिओम श्रीवास्तव# ©Hariom Shrivastava #lost