बचपन की यादें । वह दिन भूले नहीं जब हम साथ थे। वह हर दिन हमारे लिए खास थे। कभी साथ में चुटकलों पे हस्ते, तो कभी मुह फुलाए लड़ते जगड़ते, कुछ भी हो जाता , लेकिन हम फिर भी साथ थे। शाम होते ही खुशियो की बहार होती थी । अपनों के साथ जैसे हर खुशिया पास होती थी। माँ बाप का वह साया उन्होंने कभी मार से तो कभी प्यार से हर बात को समझाया। आज खो कर रह गए है वह दिन , जब से हर एक की जेब में इस मोबाइल ने घर बनाया । जब साथ थे , तब सुकून का था हर दिन सबका। आज दूर है सब पास होकर भी । बस यादों में बस कर रह गया है साथ सबका । वह दिन भूले नहीं जब हम साथ थे।😢 kavy_himanshu💝 वह दिन भूले नहीं जब हम साथ थे।