आपकी हर दुआ कुबूल है, दुआ कीजिए, ना करिए हिकारत, बस दुआ कीजिए, आँधियों में बुझे दिए कह रहे हैं हमसे, मस'अले छोड़ दीजिए, दुआ कीजिए, हर इंसान ज़द की जकड़ में है यहाँ, बेहिसी छोड़ दीजिए, दुआ कीजिए, वुस'अत शाद कीजिए मज़लूम के दरपेश, मसाइल तल्ख हों तो दुआ कीजिए, सलाम कीजिए ग़र हो रकीब भी मस्जिद में नमाज को, भूल कर शिकवे बस दुआ कीजिए, मयस्सर हो इल्तिफात हर गाम पर, 'जग्गी', उनके सजदे में ये ही बस दुआ कीजिए हिकारत - नफ़रत ज़द - चोट /निशाना बेहिसी- बेशर्मी वुस'अत- फैलाव शाद - खुशी /ख़ुश गाम- कदम इल्तिफात- ध्यान ©Jagjeet Singh Jaggi #दुआ #dua #jaggiquotes #priya_sethi_batra #Night