था दीया मुझको जलाना याद भर से उस नगर में, छोडे़ ना मैनें निशाँ बेखु़दी के उस सफ़र में, वक़्त गुज़रा तोड़े लम्हे अब मुसाफ़िर हूँ कहाँ ? लौट आया मैं वहाँ से यादें का़यम है जहाँ। आहटे कदमों के मेरी रास्ता वो जानता है। एक चमक कि़रदार तेरी सूखा दरिया माँगता है । चल दिया दो कदम वो सफ़र जो जान था। लिपटी पैरों से हवायें मैं ना फिर अन्जान था । हो गया पागल सा मैं गुज़रों को बस खोजता, थी खबर ना इतनी मुझको आँसु तो क्या पोछ्ता । दौर का ये ऐसा पहलू था कहाँ बस कहता हूँ। यादों की बरसात में मैं सर पकड़ के बैठा हूँ ..............haquikat ##HAQUIKAT ⚙️⚙️⚙️⚙️📸📸📸📸📸📸📸📸📸📸 Sandeep Rajput अमित कुमार कश्यप Aaru Shikha Sharma Kamalakanta Jena (KK) Smileee_vijuuu💕 Ãřýåň Vēřmā