सवाल-जवाब का सिलसिला चलता रहे सदा। इनमें ही छिपी है कहीं जीने की एक अदा। यूं मूक_खामोश सी जिन्दग़ी जीते तो है मगर। रह जाते हैं हम अपनों से ही होकर जुदा। ©सुधा भारद्वाज #सवाल_जवाब #Twowords