सुबह की चाय और तुम्हारी कुछ मीठी यादों के साथ दिन की शुरुआत हुई है, आज दिन कुछ खास है क्यूंकि दोस्तों के साथ महफ़िल सजाने की बात हुई है, तुम्हारी वो सुबह की good morning आज थोड़ी तीखी सी लगी, लगता है मेरी जान आज थोड़ा गुस्से से शरमाई हुई है | वो तुम्हारी तीखी सी गुस्से वाली बाते चलेगी बस तुम नाराज़ ना होना, क्यूंकि तुम्हारी वो नाराज़गी ऐसा लगता है जैसे चाँद अपनी रौशनी कंही छुपाई हुई है | चलो अब माफ़ भी करो और छोड़ो ये गुस्सा बस पास आ जाओ मेरे, आज तुम्हारी याद बहुत कस कर आई हुई है | अगर हो सके तो तुम आज आना जरूर, क्यूंकि तुम्हारे नाम पर ही तो ये पूरी महफ़िल सजाई हुई है | @ekk_khayal ujjwal singh