जख्म सहने की इन्तहा होती है जुल्म सहने की इन्तहा होती मेरे महबूब ने मेरे सहने की इंतहा की इंतहा(परीक्षा) ले ली मेरे बहबूब ने मुझसे बेइंतहा मोहब्बत कर दगा दे दिया और मुझे मौत के गलियारों में विदा कर दिया।। ©Kumar Pradeep #SAD #sad_poetry #sad_love #Sad_sayari #बेवफा #बेवफ़ा_शायरी #Hopeless