तेरी-मेरी बात हॉस्टल मे वो हमारी पहली मुलाकात, मस्ती और मजाक जो किये थे बिहारी दोस्तो के साथ, कितनी यादों से भरी होती थी वो सुबह तक जागने वाली रात, वो भाभी कहकर NST को चिढाना, सीनियर्स को आवाज़ों से चिढाना, मम्मी के हाथो का खाना, और रात भर बैठ कर पेपर आउट करना जूनियर्स को हैंडल करने की प्रैक्टिस करवाना, सुबह सुबह खेत पर तेरा ,सबको ले जाना, श्वेत नगर में सेवा को जाना, सुमन भाई को स्पेशली जगाना, एनसीसी को बीच में छोड़ना, छत पर सबको ले जाकर सुलाना, पंडितो को स****गी बनाना , सब याद आता है, भाई तेरा साथ बड़ा सताता है, शुक्रिया यार हमारी जिंदगी में आने के लिए , हॉस्टल की लाइफ को और हसीन बनने के लिए, जन्म दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ मेरे भाई वैभव श्रीवास्तव .....#जलज हॉस्टल मे वो हमारी पहली मुलाकात, मस्ती और मजाक जो किये थे बिहारी दोस्तो के साथ, कितनी यादों से भरी होती थी वो सुबह तक जागने वाली रात, वो भाभी कहकर NST को चिढाना, सीनियर्स को आवाज़ों से चिढाना, मम्मी के हाथो का खाना, और रात भर बैठ कर पेपर आउट करना जूनियर्स को हैंडल करने की प्रैक्टिस करवाना,