इतनी मोहक अदा तुम्हारी हो जैसे सब सिंगार तुम्हीं में। सूरत देखी, सीरत देखी, मैंने देखा है संसार तुम्हीं में।। न भूला हूं मैं तुम पर लिखना, ना इश्क़ पड़ा है फीका। सच तो है वो लेखक मेरा, बैठा है गिरफ-तार तुम्हीं में।। नहीं सीखना है मुझको कि मैं कैसे रहूंगा बिना तुम्हारे। साया बन साथ रहूंगा जैसे हो कोई किरदार तुम्हीं में।। ©Shivank Shyamal #hugday #shivanksrivastavashyamal