मेरी तक़दीर में जलना है तो जल जाऊंगी; तेरा वादा तो नहीं जो बदल जाऊंगी; मुझको समझाओ न मेरी ज़िंदगी के असूल; एक दिन मैं खुद ही ढोकर खाकर संभल जाऊंगी।। ©Shweta Nigam मैं संभल जाऊंगी।। #together