तू चाहेगा जैसी पिया मैं वैसी बन जाऊँगी तू कर तो सनम हिम्मत यूँही, कभी मेरे घर भी आने की..!! संग बैठ मेरे अपनो के उन्हें, मोहब्बत अपनी बतलाने की..!! हम मिल कर करेंगे एक बार, एक कोशिश सबको समझाने की..!! तू कर तो सनम पहल कभी, मुझे अपने घर ले जाने की..!! जो मान गए मेरे अपने, तेरे नाम की मेहंदी मैं रचाऊंगी..!! माथे बिंदिया तेरी, हाथ चूड़ियां तेरी, तेरे नाम से खुद को सजाऊंगी..!! ओढ़ कर लाल चुन्नी पिया, बैठ डोली में तेरे घर आऊंगी..!!