Happy New Year @aperichit_ इस नए साल में, आ सोच न्या लाते हैं मिल के इस साल को, हम धूम से मनाते हैं | आज फिर ज़ोर है, ज़ुल्मत का, यहाँ चारो तरफ आ ज़रा मिल के, सभी ज़ुल्म को मिटाते हैं || लोग कोशिश में हैं, कि तोड़ दें, फिर भारत को आ ज़रा ऐसों को, हम आईना दिखाते हैं | लोग नफरत को, यहाँ आम किये बैठे हैं आओ ना, दीप मोहब्बत का फिर जलते हैं || #poem_ #shayeri #music #quotes #writing #mypoetry उपांशु शुक्ला My_Words✍✍