ए हमार दीदी कांधे पर कांवर उठा लो ना नाही धरब बस ट्रेन नाही हेलिकॉप्टर जहाज पैदल ही देवघर जाइब ना ए हमार दीदी..... बाबा के रहिया बा दूर,जाए के बाटें जरूर पैदल चलला से दुखवा सहाई ना ए हमार भैया हमसे इ रहिया चलल जाई ना ए हमार दीदी...... नाही खाइब लहसुन नमक अरू प्याज जबले जलवा ना चढाइब तबले रहब उपास सुनों बतिया हमार इ ना भावे सब्जी आचार सेब अनार से दिनमा गुजारब ना ए हमार दीदी..... ए हमार भैया...... चाहे दिन होई चाहे होई जाई रात बाबा के द्वार जाएके जागल बा आस जनि चलो ना पैदल ना त हो जैबो घायल सुइया पहाड़ पे चढे में बुझाई ना ए हमार भैया..... ए हमार दीदी..... अच्छा बस ना धरबो त ट्रेन धलो पैसा कम लागी तु जल्दी चलो काहे कर अ तारू गम बोलत चलो बम-बम बस राकेश के मनसा पुरा दो ना ए हमार दीदी बाबा के जलवा चढालो ना ए हमारभैया दौड़लें हम बाबा धाम जाईब ना जय भोले बाबा ©Chhotelal तर्ज -ए गणेश के मम्मी