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आज सम्पूर्ण विश्व महिला दिवस मना रहा है। महिला को

आज सम्पूर्ण विश्व महिला दिवस मना रहा है।
महिला को पुरूष से अलग करके देखे जाने का उत्सव है।
महिलाएं सशक्तीकरण की मांग किससे कर रही हैं ?
पुरूष से ही तो?
उसको अलग करके शक्तिकिसकी बनना है?
पुरूष की तरह क्या महिला भी अर्द्धनारीश्वर नहीं है?
क्या मानव की मादा का नाम महिला है? 💕😊#सुप्रभातम💕😊
:
किस प्राणी के मादा नहीं होती?
महिला की तो पहले ही शक्ति संज्ञा है।
चूंकि वह नारीत्व के इस शक्ति स्वरूप को भूल बैठी,
प्रकृति की इस मार को सहन नहीं कर पा रही है।
वह अपने भीतर की स्त्री को भूल बैठी। 
शिक्षा ने उसे शरीर और बुद्धि तक ही ठहरा दिया है।
आज सम्पूर्ण विश्व महिला दिवस मना रहा है।
महिला को पुरूष से अलग करके देखे जाने का उत्सव है।
महिलाएं सशक्तीकरण की मांग किससे कर रही हैं ?
पुरूष से ही तो?
उसको अलग करके शक्तिकिसकी बनना है?
पुरूष की तरह क्या महिला भी अर्द्धनारीश्वर नहीं है?
क्या मानव की मादा का नाम महिला है? 💕😊#सुप्रभातम💕😊
:
किस प्राणी के मादा नहीं होती?
महिला की तो पहले ही शक्ति संज्ञा है।
चूंकि वह नारीत्व के इस शक्ति स्वरूप को भूल बैठी,
प्रकृति की इस मार को सहन नहीं कर पा रही है।
वह अपने भीतर की स्त्री को भूल बैठी। 
शिक्षा ने उसे शरीर और बुद्धि तक ही ठहरा दिया है।