ख़ामियाँ नज़र आती हैं ख़ामियाँ नज़र आती हैं हमें हर किसी में क्यूँ नहीं दिखती हमें कोई भी कमी खुद में सुधार लाना चाहते हैं गर हम समाज में क्यूँ ना करें शुरुआत खुद से हम बेवजह रहते हैं लगे दूसरों में खामियों को खोजते हर कोई अगर खुद की गलतियों को लेगा पहचान दुनिया हो जाएगी खूबसूरत जन्नत के समान छोड़ दो दूसरों को दोष देना करना उनका तिरस्कार अपनाओ सबको दिल से जो है जैसा उसे करो वैसे ही स्वीकार #ख़ामियाँ_नज़र_आती_हैं_rks #rksquotes #collabwithरचना_का_सार #yqbaba #yqdidi #rzwotm #restzone #ps_writeups