मेरे आस-पास की रोशनी तुम्हें देखने न देगी मेरे अंदर बसे अंधेरों को लेकिन तुम कोशिश करना... मैं बंद खिड़कियों के पार से मुस्कुराते भी नज़र आऊँ तो तुम हाथ हिला कर चल न देना देखो तुम दस्तक देना... मैं दिखता हूँ आम सा तुम सा ही बिल्कुल बस बुझ जाती हैं आँखों की चमक तुम उन आँखों को पढ़ लेना... मुझे नज़र आती है दोस्त तुम्हारी दुनिया मुझसे अलग मेरी खामोशी को तुम्हारा शोर न सुन पाए तो मेरे खामोश होने पर खफ़ा न होना... #wingsofpoetry #depression #depressionkills