और फ़िर हुआ यूं की, वो जो जरुरी थे , एक दूजे की जिन्दगी के लिये, ताऊम्र के लिये ही, जुदा हो गये। कुछ बदला तो नही, मगर जो बदला , वो इन्सान वही था जिसकी मोहब्बत सच्ची थी। खैर छोडो, क्या फ़र्क पड़ता हैं, की दुनिया की नजरों मे वो बुरा हो गया, जो इन्सान खुद के वजूद से ही जुदा हो गया। आयुष पंचोली ©ayush_tanharaahi #NojotoQuote और फ़िर हुआ यूं की, वो जो जरुरी थे , एक दूजे की जिन्दगी के लिये, ताऊम्र के लिये ही, जुदा हो गये। कुछ बदला तो नही, मगर जो बदला , वो इन्सान वही था जिसकी मोहब्बत सच्ची थी।