माँ जैसी सरल है हिंदी, सुन्दर व निर्मल है हिंदी। साहित्य,संस्कृति की धरोहर हिंद का गौरव है हिंदी। भावों की बहती धार है भारत मां का श्रृंगार है। सब भाषाओं की रानी है हर जन को इससे प्यार है। सोई चेतना जगाती है भटकों को राह दिखाती है हर कविगोष्ठीयों में इसका होता सत्कार है। #हिंदी से हमको प्यार है