मोहब्बत में हर किसी को जुदाई नहीं मिलती। वो किस्मत वाले हैं जिन्हें रिहाई नहीं मिलती। शब भर रौशन होता है नूर चांदनी के मानिंद, जिन्हें सनम की बाहों से रिहाई नहीं मिलती। डूबे रहते हैं तर-ब-तर मोहब्बत के समंदर में, मोहब्बत के सिवा जिंदगी की रुबाई नहीं मिलती। आंसुओं को ओस का कतरा समझते हैं जो लोग, उन प्यासों को मोहब्बत की दरियाई नहीं मिलती। हमें क्या हम तो तन्हा सफर करने वालों में से हैं, जाओ उनसे पूछो जिन्हें बेवफ़ाई नहीं मिलती। #मोहब्बत में हर किसी को #जुदाई नहीं मिलती। वो #किस्मत वाले हैं जिन्हें #रिहाई नहीं मिलती। #शब भर #रौशन होता है #नूर #चांदनी के मानिंद, जिन्हें #सनम की #बाहों से रिहाई नहीं मिलती। डूबे रहते हैं #तर-ब-तर #मोहब्बत के #समंदर में, मोहब्बत के सिवा #जिंदगी की #रुबाई नहीं मिलती।