#KisanDiwas जमीन जल चुकी हैं आसमान बाकी हैं सूखें कूएँ तेरा इम्तहान बाकी हैं बरस जाना इस बार वक्त पर हे मेघा !किसी का मकान गिरवी है किसी का लगान बाकी हैं जमीन