सुन.. तेरे ख़्वाबों का खजाना तुजे खुद बनना है। एक बात सच्ची कहूँ तो, हम तो पुराना कागज है, तेरी किताब का। वक्त पलटेगा, कागज फट कर कही खो भी जायेगा सायद... पर, याद रखना, किताबों के फटे पन्ने समोसे या पकोड़े खाने के काम जरूर आयेंगे। 😊 मंज़िल तक पहुंचना है तुजे तेरी, कुछ भी हो जाये, पर ख़्वाबों को पूरा करना है तुजे। पकोड़े तक साथ दे सकते है, सारी किताब के पन्ने... तुजे खुद तेरी किताब बनानी है। बस ये मत भूल रे.. याद रखना, बहुत ज्यादा जरुरत थी तुजे किसीकी, तब तू और तेरा परिवार खड़े थे, तेरे साथ मे। हम तो बहुत बाद में आये थे, ज़ब सायद तेरी आँख से आँसू तक सूख चुके थे। याद रखना, सब बाद में परिवार पहले... बस बहुत आगे निकल जा.. पता है ना, तेरे साथ किताब के पन्नों से पहले, तेरा परिवार खड़ा है... -अज़नबी किताब tere liye chudel 😊👌🙏