बिना समझे आंखें बंद करके किसी विचारधारा के पीछे चलते रहना वैचारिक अंधश्रद्धा है और आज के दौर में यह मनोरोग है । अगर आप अपनी विचारधारा के खिलाफ कुछ भी नहीं सुनना चाहते तो आप मनोरोगी है । कृपया अपना इलाज करना शुरू करें , अपने विचारों को देखना शुरू करें , ध्यान शुरू करें । बिना समझे आंखें बंद करके किसी #विचारधारा के पीछे चलते रहना #वैचारिक_अंधश्रद्धा है और आज के दौर में यह #मनोरोग है । अगर आप अपनी विचारधारा के खिलाफ कुछ भी नहीं सुनना चाहते तो आप मनोरोगी है । कृपया अपना इलाज करना शुरू करें ,