White उसकी नजरें तो जैसे सीना चीर रही थी, आज वो जैसे खुद से दूर हो रहा था। उसकी घूरती नजरें उसको तोड़ रही थी , हर एक लम्हें के साथ उम्र कम हो रही थी। जीने की तमन्ना जैसे ख्वाबों के जैसे गायब हो गई थी। आज तो उसको रोते हुए देख के उसकी भी आँखें आंसू बहा रही थी। कैसे कहे दिल का हाल "अदिति" जब वो पल पल जमीं में धंस रहा था। ओर अपने आप को ही नफरत से बेइज्जत कर रहा था।। अदिति जैन ©aditi the writer #sad_quotes आगाज़