ग़ज़ल आप यूँ ही मिरे पास बैठी रही, बोलता मै रहा आप सुनती रही, ग़ौर करती ज़रा सा मिरी बात पर, आप तो बस कहीं और तकती रही, मैं किसी बात पर रो पड़ा, आप तो, बे मुरव्वत मुझे देख हँसती रही, इश्क़ मैंने किया रोज़ बे इंतहा, तुम ख़ुदा और ईमान करती रही, बस यही मामला था तिरे साथ में, दरमियां मजहबी बात आती रही, हर वक़्त मैं तुझे सोचता ही रहा, और तुम सिर्फ अल्लाह करती रही, ©Anirudh Sinwal #अनिरुद्ध_सिनवाल #Nojoto #Love #Gazal #Breakup #anirudh_sinwal #poem #feather TAMANNA NAIN(taani)