उसका मेरा अजनबी का रिश्ता ही रहा मैं मंजिल न बना, उम्र भर रस्ता ही रहा इतने आंसू न दिए ज़िन्दगी ने मुझे हार कर मैं अपने ग़मों पे हँसता ही रहा yuv #yuv #love