#मुस्कान ki #Kranti
1. मुस्कान वो मोती हे ज़िसे कीमत मे नही आका ज़ा सके !
किसी सक्स के करीब वो लोग होते हे ज़ो निस्वार्थ हसी मे #Involve होते हे बात अपनी य़ा किसी ओर की दायरा हसी तक रखते हे
- मुस्कुराहट आदमी की पहचान कराती हैं । चाहे वो ज़िस हाल मे हो !
" #मुस्कुराहट का #अंदाज चहरे पर नुर लाता हे ! #इंसान#गवाह#मुस्कुराता