फैले उजियारा हर ओर मिटे घर घर का अन्धियारा.... रात भी लगती जैसे भोर भूल जाओ अपने सब गमों को.... खुशियों का ऐसा मचाओ शोर प्यार के दीप जलाओ हर आंगन में.... थामे रखो उम्मीदों की डोर वो दीपावली की शामें भूले से भी नहीं भूलतीं... #दीपावलीकीशाम #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi