मौसम का मिजाज कुछ बदला सा है तेरे प्यार का बुखार अभी चढ़ा सा है हवाएं भी बहने लगी मौसम भी खिलखिलाया तेरी मोहब्बत में यह समां कुछ महका सा है मेरी ग़ज़लों की धुन मेरी शायरी भी तुम हर लफ्ज़ मेरा तेरी जुस्तजू में ठहरा सा है जब जब याद तुम्हारी आती है जानां होंठ मुस्कुराते हैं मन कुछ बहका सा है ये दुनिया वाले दीवाना समझ बैठे मुझे तेरे प्यार का यह अनमोल नजराना सा है उस 'पूनम' रात में तुम चांद क्न आये क्या कहूं जालिम मन मेरा बहका सा है। #प्यार_का_इज़हार #मोहब्बत#पूनम #nojotoapp#nojotohindi