तेरी तस्वीर मिटा के हर जगह से सिर्फ़ निग़ाहों में पनाह दी है। तुझे तार्रुफ़ नहीं पसंद इसलिए अपने अक्स में जगह दी है। कहीं दीदार न कर ले कोई मेरे अक्स से तुझे ? मेने आईनों को चादर से ढके रहने की सज़ा दी है। Shah Talib Ahmed #women #mywomen #wife #ishq #shahsahab #poetry