आसूं जो मेरे बहेंगे तेरे नाम के होंगें दर्द के बिछौने पर सोएंगे उफ़ न करेंगें। मोहब्बत हम दोनों को है एक दूजे से मगर प्यार में यूं दहेज की बलि न चढेंगें। जीवन में सपने तुम्हारे साथ के देखे थे मगर प्यार में कभी कोई सौदा न करेंगें। दहेज की दीवार गिरा के मेरे पास आओ तेरा इंतजार उम्र भर करेंगे। 🎀 Challenge-270 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है। 🎀 विषय वाले शब्द आपकी रचना में होना अनिवार्य नहीं है। 63 शब्दों में अपनी रचना लिखिए।