धर्मपीठ के हाथों में है निरपेक्ष निष्ठा का बीड़ा सम्यक ऐसी राह निकाले हर ले हर पीड़ित की पीड़ा। सत्य, शाश्वत, मंगलदायी साक्ष्य मुखर हो, नहीं मनाही मानवता की सजग गवाही धर्म सनातन सहज मिताई। आदर, प्रेम, सौहार्द, समाही सबकी अपनी परिधि पाही अधिकारों के अधिग्रहण की नीति सम्यक नहीं, ढिठाई! यही ढिठाई घेरे में थी कुछ प्रश्नों के फेरे में थी वाद! विवादों में उलझा था वर्षों ये मुद्दा उछला था धर्मान्धता ने कुचला था नाहक बातें गई बढ़ाई। धर्म नहीं किसी रंग का चश्मा रंग-रंग की प्रकृति पाई मानवता के मानदंड पर सच्चा न्याय धर्म विधि ताहि। सत्य सनातन धर्म मनुजता सत्य विजय की भूरि बधाई #toyou#mycountry#nationhood#yqsincerity#yqiloveindia#Theverdict#timeframe