“पिता” मैंने पिता की मेहनत में अन्तःसाक्ष्य को देखा है, खपती श्रमसाध्य में खुशी बांटते फिरते देखा है। बच्चों संग बच्चे तो माता-पिता संग पुत्र बनते देखा है, मैंने साक्षात धरती पर ईश्वर का रूप देखा है। तपतपाती धूप में बरगद की छांव बनते देखा है, धन से गरीब होते हुए भी दिल से अमीर देखा है। संकट की नाव पर सवार होकर पतवार चलाते देखा है, मैंने पिता की आंखों में अपना भविष्य देखा है। #LoveYouDad #FathersDay #Love #My #Father #Hindi #Nojoto #poetry #shayri #Quotes