माखन के संग बचपन बिताए बंसी में अपना जीवन को उसे ना भाए हार सोना की ना किसी चांदी के मुकुट को ब्रिजमोहन है वो ,,,कभी गोविंद कह लाते है "धर्म को अपना जीवन संगीत और प्रेम को इसकी सुर सिखाते है" हरे कृष्णा ,,हरे राम नाम लेना तू हमेसा जगत ,,जीवन सब लीला हैं ..लीला हैं वो बंसीवाले कि।। सब जीवन उनकी अंश हैं हर सुख के हैं वो स्वामी लगे जो सेवा में उनके कोई दुख हर लेते है ,कुछ देर सही सतमार्ग में चलना सिखाये वही(२) हरे कृष्णा ,,हरे राम नाम लेना तू हमेसा जगत ,,जीवन सब लीला हैं... लीला हैं वो बंसीवाले कि।। मौर के पंख उन्हें लुभाता अधरों पे हमेसा मुस्कान बिखरे सब मुक्ति कि स्वामी हैं वो नचाते हर पल बंसी बादन में स्मरण करे जो भाक्ति में उन्हें ,,,वो लेन्गे अपने सरन में(२) हरे कृष्णा ,,,हरे राम नाम लेना तू हमेसा जगत,,जीवन सब लीला हैं ....लीला हैं वो बंसीवाले कि।। #janmastami