सच की खोज में निरंतर, गिरते संभलते हुए। हंसते रोते हुए दुखों को ढोते हुए। सभी रिश्तों से परे, जीवन की नाव अकेले खेते हुए। आखरी सफर ,वो रास्ता वो द्वार, जिससे हो जाए पार, मिल जाए जवाब,उस सरल प्रश्न का। ©AshuAkela #Likho #Jindagi #safar #paisa #rakeeb #raygani