एक बच्चा उदास बैठा है मुझमें किसी ने उस से बात नहीं की है बरसों से इंतजार है उसे लेकिन उसने कोई मुलाक़ात नहीं की है स्नेह की चाह में उदासियां मिलीं थपकियों की चाह में तमाचे पड़े चाहता था कोई कंधे पर हाथ रखे पर अक्सर आस्तीन के सांप मिले मैं खाली हाथ ही लौटा वहां से भी जहां से लोगों को पूरे खजाने मिले मैं अपना समझ कर ही मिलता था मुझसे लोग हो कर अंजान ही मिले ©Ravindra kumar #CrescentMoon #RavindraKumar #grewal #grewal___तू____बदल_____गया #raa #haryana #rohtak