' तन्हा रहने की आदत इससे पहले थी । ' उस वक्त मे तुझ से वास्ता ज़ो नही था ! " ख्वाब तू मेरा ज़ो कभी आखो से नही हटता कोई आवाज दे तो लगता हे आहट तेरी ही आयी हे तुझे तरासा वो ज़ोहरी सायद चुराकर लाया होगा सारे ज़हा की हसी " #misled #ishq तन्हा रहने की आदत इससे पहले थी । उस वक्त मे तुझ से वास्ता ज़ो नही था ! " ख्वाब तू मेरा ज़ो कभी आखो से नही हटता ' कोई आवाज दे तो