मोहब्बत हो गई (अनुशीर्षक में पढ़ें) मोहब्बत हो गई कबसे देखते थे उनको दूर-दूर से एक ही नज़र में हमको वो ऐसे भा गए एक पल में दिल में वो ऐसे उतरे सांसों में खुशबू बन वो समा गए हर रोज़ करने लगे हम उनका इंतज़ार