जो कभी ना छोड़ने वाले वादे, कशम औ कशम किया करता था । वह शख्स एक पल में अरसों के लिए जुदा हो गया । वफा के वादे करते हुए ना जाने कब वह वो बेदर्द बेवफा हो गया । ।...इस युग का मिरज़ा गालिब..। #Ek #bewafa ka #ziker #Ankit.