डर सबको लगता है पर दिले ज़मीं पर,एक शहरे खमोशा ऐसा भी बसाया जाए गुज़िश्ता यादों की लाशें, फिर से जिंदा ना होने पाऐ//१ तुम कहते हो की भुला दो मुझे,कैसे भुला दूं कि तुम मेरी रूहे मुहब्बत हो,कोई हादसा नही//२ है दिले कैफियत पर अब भी तेरा इजतराबे शौक ,मैं अब भी तेरे हिसारे दिल की कैद में हूं//३ चलिए मैं ही बेवफा सही और जफाशियार भी ,तुम तो वफाशियार थे,फिर क्यों बदल गए//४ जला कर अपना जिगर मुहब्बत का दम कौन यहां भरता है ,तेरे कुल्हड़ जैसे इश्क़ पर भला,कौन यहां मरता है//५ शमा कैसे कर लेती ऐतबार उसकी मुहब्बत पर उसने तो मुहब्बत करना भी मोबाइल से सीखा था//६ शमीम अख्तर/शमा write ✍️CopyRight@ 20/5/21 ©IM binte hawwa shama write #AdhureVakya #Nojoto #trending#मेरी_कलम_से#में_और_तुम#दिल_की_बात_दिल_तक Mahtab Khan Arbaz Khan ALONE Sahil.Dindor sahir.kabir sahib khan صاحب خان