इस दृष्टांत का उपयोग अध्यात्मिक क्षेत्र में कर कर देखा जाए तो किसी से किसी भी तरह का सहयोग लेकर कोई व्यक्ति धनसंपदा में वृद्धि करता है या यश प्राप्त करता है यह अन्य किसी प्रकार की उपलब्धि हासिल करता है और बदले में जिन से मदद की है उसके सहयोग को भूल जाता है वक्त पर उसकी मदद के बदले मदद करना तो दूर उसकी जगह निंदा करता रहता है तो सहयोग लेने वाला अपने पुणे की पूंजी गंवा देता है इससे सहयोग देने वाले का पुण्य प्राप्त बढ़ने लगता है समाज में सहयोग देने वाले को चाहिए कि बिना हिचकी में सहयोग पद पर चलते रहें भगवान शंकर ने भस्मासुर को वरदान दिया और भस्मासुर उन्हें ही मारने की कोशिश करने लगा ©Ek villain #brokenlove #कृष्ण भगवान ने भस्मासुर को वरदान दिया और भस्मासुर उन्हें ही मारने लगा