ना जाने कब और कैसे राहें तुम से मिल गई, जाना था कहीं दूर पर निगाहें तुम से मिल गई । लहरों पर हिचकोले खाता यह रिश्ता आज भी जिंदा है, विश्वासों से परे दिल में बेपनाह प्यार आज भी जिंदा है। जानती हूँ तुम्हारे प्यार को समझने के काबिल नहीं हूँ, पर तुम्हारे सिवाय और किसी के भी तो काबिल नहीं हूँ। वो जानता है , दुआऐं तुम्हारी खैरियत की मांगी है हमेशा, तुम्हारी कामयाबी की बुलंदियाँ दिल ने चाही हैं हमेशा। किंस्मत में न सही , धड़कनों में रहने दो। मुझे प्यार है तुमसे, आखिरी दम तक कहने दो। #Destiny #Love