ठिठुरन धूप ने बारिशों ने न टोका कम्बलों में पटाये हुए हैं गर्मियों में कहाँ दम थी इतनी सर्दियों के सताये हुए हैं 😁 पटाये=चुप से बैठे रहना(भोजपुरी शब्द) ©🎭Ashraf Fani Kabir🌷🌼 ठिठुरन धूप ने बारिशों ने न टोका कम्बलों में पटाये हुए हैं गर्मियों में कहाँ दम थी इतनी सर्दियों के सताये हुए हैं 😁