साहब-ए-जागीर को है गुरूर जागीरदारी का, क्या कोई नहीं बाकी जिसे हो सुरूर खुद्दारी का, आखिर कब तक चलेगा ये किस्सा अपने हक की शुक्र गुजारी का, गरीब तो हिस्सा भी नहीं जानता अपनी भागीदारी का..... #साहब_ए_जागीर #गुरूर #सुरूर #गरीब #भागीदार #हक #शुक्र_गुजारी